भारत में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गाँधी ने सीओवीआईडी-19 पर ज़ूम प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मंगलवार, 22 जून 2021 को केंद्र की मोदी सरकार की जमकर आलोचना की।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री के आँसू बहाने से लोग नहीं बचेंगे। राहुल ने कहा, "सब परिवार जानते हैं तो उनके परिवार के लोग मरे तो वहाँ प्रधानमंत्री नहीं थे। प्रधानमंत्री के आँसू ने उन्हें नहीं बचाया था। प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन की ज़रूरत को गंभीरता से नहीं लिया। प्रधानमंत्री की प्राथमिकता तब चुनाव था लेकिन लोग मर रहे थे।"
राहुल गांधी ने कहा कि निजी अस्पतालों में पैसे से वैक्सीन लगाई जा रही है लेकिन दुनिया के बाक़ी देशों में बिना पैसे के वैक्सीन लगाई जा रही है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री की मार्केटिंग का नतीजा पूरी दुनिया ने देखा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सीओवीआईडी के ख़िलाफ़ जंग में जीत की घोषणा करने में जल्दीबाज़ी करने का कोई मतलब नहीं है।
राहुल ने कहा, ''मैं पिछले डेढ़ साल से कह रहा हूँ कि सीओवीआईडी देश को बहुत बड़ा नुकसान पहुँचाएगा। सीओवीआईडी को लेकर केवल मैं सरकार को आगाह नहीं कर रहा था बल्कि कई लोग कर रहे थे। वैक्सीन की दूसरी डोज़ में देरी राजनीतिक वजह है। वैक्सीन की कमी है इसलिए देरी की जा रही है। प्रधानमंत्री को ये समझना है कि ये कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है। ये वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई है और पूरा हिन्दुस्तान साथ खड़ा है।''
राहुल गाँधी ने कहा, "वैक्सीन के नतीजों की जाँच होनी चाहिए और लगे कि सही नहीं है तो बदलनी चाहिए। केंद्र सरकार लोगों से ही टैक्स ले रही है और अगर आज लोगों को ज़रूरत है तो वो हाथ खड़े कर रही है। जिन्होंने अपने परिवारों को खोया है, उन्हें मदद की ज़रूरत है।''
मुस्लिम और महिलाओं के बीच वैक्सीन को लेकर ऊहापोह की स्थिति के सवाल पर राहुल गाँधी ने कहा कि अगर स्पष्टता से उन्हें समझाया जाए तो इसे आराम से ठीक किया जा सकता है। राहुल ने कहा कि जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। राहुल से इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक सवाल पूछा गया था कि मुस्लिम और महिलाओं के बीच वैक्सीन को लेकर कई तरह के भ्रम हैं।
राहुल गांधी ने कहा, ''जब कोरोना की तीसरी लहर आए तो दूसरी लहर की दिक़्क़तें ना हों ताकि हज़ारों की जान बचाई जा सके। सरकार को किसी भी राज्य को सीओवीआईडी के ख़िलाफ़ लड़ाई में बीजेपी और कांग्रेस शासित राज्य के रूप में नहीं देखना चाहिए। वायरस म्यूटेट करेगा तो ये नहीं देखेगा।''
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
कच्छतीवु द्वीप पर पीएम मोदी का बयान: कांग्रेस ने विदेश मंत्री जयशंकर के रुख़ पर उठा...
सुप्रीम कोर्ट की ईडी पर सख्त टिप्पणी- बिना सुनवाई सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर-कर ...
भारत की केंद्र सरकार ने फ़ैक्ट चेकिंग यूनिट के गठन की अधिसूचना जारी की
...असम में सीएए विरोधी प्रदर्शन में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के पुतले फूंके गए, सैकड़ों...
सीएए क़ानून का मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्...