रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने साल 2023 में जारी लिस्ट में भारत को प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 161वें नंबर और अफ़ग़ानिस्तान को 152वें स्थान पर रखा है।
साल 2022 में भारत इस लिस्ट में 150वें स्थान पर था। एक साल में भारत 11 पायदान नीचे गिरा है।
प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक के मुताबिक अब भारत पाकिस्तान से भी पीछे हो गया है। पाकिस्तान 150वें स्थान पर पहुंच गया है।
इस सूचकांक का आधार पांच श्रेणियां हैं, जिनमें किसी देश के प्रदर्शन का आकलन किया जाता है, जैसे कि राजनीतिक व्यवस्था, आर्थिक हालात, कानूनी ढांचा, सामाजिक-सांस्कृतिक मानक और पत्रकारों की सुरक्षा।
3 मई 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में प्रेस की आज़ादी ख़तरे में है।
भारत के राज्य कर्नाटक के मैसूर में मोदी सरकार की विदेश नीति पर बात करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि भारत में प्रेस सबसे ज़्यादा अनियंत्रित है।
प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग कमज़ोर होने को लेकर एस जयशंकर से सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अफ़ग़ानिस्तान हमसे ज़्यादा स्वतंत्र है?
उन्होंने प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक को माइंड गेम बताया। एस जयशंकर ने कहा कि ये माइंड गेम खेलने के तरीक़े हैं जो उस देश के रैंक को कम करने जैसा है, जिसे आप पसंद नहीं करते हैं।
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
सुप्रीम कोर्ट की ईडी पर सख्त टिप्पणी- बिना सुनवाई सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर-कर ...
भारत की केंद्र सरकार ने फ़ैक्ट चेकिंग यूनिट के गठन की अधिसूचना जारी की
...असम में सीएए विरोधी प्रदर्शन में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के पुतले फूंके गए, सैकड़ों...
सीएए क़ानून का मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्...
नागरिकता संशोधन क़ानून की अधिसूचना जारी होने पर शरद पवार ने क्या कहा?
...