कोरोना वायरस का संक्रमण मरीज़ों के हृदय को भी प्रभावित करता है।
ब्रिटेन के एडिनबरा यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में संक्रमितों के हृदय पर इस वायरस के असर के संकेत मिले हैं।
एडिनबरा यूनिवर्सिटी में यह अध्ययन 69 देशों के 1200 मरीज़ों पर किया गया। इनमें से आधे से ज़्यादा मरीज़ों के हृदय असामान्य देखे गए है, जबकि 15 प्रतिशत मामलों में संक्रमितों में गंभीर हृदय रोग देखे गए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस अध्ययन में केवल उन लोगों को शामिल किया गया है जो कोविड-19 के गंभीर संक्रमण से पीड़ित थे। हालांकि ज़्यादातर मामलों में संक्रमितों में कोरोना संक्रमण के माइल्ड लक्षण ही देखने को मिलते हैं।
इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता प्रोफ़ेसर मार्क ड्वेक ने बीबीसी रेडियो 4 के टुडे कार्यक्रम में बताया कि इस रिसर्च से हमें संक्रमितों की देखभाल करने में मदद मिलेगी।
मार्क ड्वेक ने बताया, ''इन मरीज़ों के लिए हृदय में गड़बड़ी गंभीर समस्या के तौर पर देखने को मिली है। इससे उनकी जान बचने की संभावना जुड़ी हुई है, यह उनकी रिकवरी को भी प्रभावित करने वाला कारक है। अब हमें इन मरीज़ों के हृदय की भी अच्छे से देखभाल और इलाज करना होगा।''
मार्क के मुताबिक इतना ही नहीं, कोविड-19 के जिन मरीज़ों में हृदय संबंधी मुश्किलें हों उन्हें जल्दी से ठीक करने पर ज़ोर देना होगा।
इससे पहले कोरोना वायरस से स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर पड़ने और मस्तिष्क पर असर पड़ने की बात सामने आ चुकी है।
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