भगोड़ा हीरा कारोबारी और भारत में वांटेड नीरव मोदी इस वक्त कहां है? इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी भारत सरकार के पास नहीं है। इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नीरव मोदी अभी न्यूयॉर्क में है और वो अभी तक भारत सरकार द्वारा निलंबित किये गये अपने पासपोर्ट पर ही विदेश घूम रहा है। नीरव मोदी ने अपने खिलाफ सी बी आई जांच शुरू होने से पहले ही जनवरी के महीने में भारत छोड़ दिया था।
पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रुपये लोन लेकर नीरव मोदी विदेश में बैठा है। सूत्रों के मुताबिक, नीरव पहले मुंबई से यू ए ई गया, उसके बाद हॉन्गकॉन्ग और लंदन। इसके बाद मार्च के महीने में उसने यू के छोड़ दिया और अभी फिलहाल वो न्यूयॉर्क में है।
एन डी टी वी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि 14 फरवरी को नीरव ने हॉन्गकॉन्ग छोड़ दिया। इसका मतलब यह हुआ कि जिस समय भारत सरकार ने हॉन्गकॉन्ग अथॉरिटी से नीरव को गिरफ्तार करने की गुजारिश की थी, उस वक्त वो हॉन्गकॉन्ग में था ही नहीं। 12 अप्रैल को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बतलाया था कि हमारे द्वारा दी गई सूचना के बारे में हॉन्गकॉन्ग अथॉरिटी विचार कर रही है और नीरव मोदी की गिरफ्तारी को लेकर भी प्रयास किये जा रहे हैं।
फिलहाल भारत सरकार नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या जैसे डिफॉल्टरों को भारत वापस लाने के प्रयास में जुटी है। इस बीच केंद्र सरकार ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ एक नया अध्यादेश भी लाया है। इस अध्यादेश में यह प्रावधान किया गया है कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों की संपत्ति बेचकर कर्ज देने वालों के नुकसान की भरपायी की जा सकेगी और आरोपी देश लौटने के बाद अपनी प्रॉपर्टी पर दावा भी नहीं कर सकेगा।
आपको बता दें कि फर्जी साखपत्रों के जरिए बैंक से 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज घोटाला करने के आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चौकसी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रही है। नीरव मोदी और उनके साझेदार जांच शुरू होने के पहले ही भारत से फरार हो गए। अब बैंक के सामने कर्ज की वसूली की चुनौती है।
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
ट्रम्प की बीजिंग के साथ लड़ाई में मीम युद्ध
शनिवार, 19 अप्रैल, 2...
टैरिफ पर ट्रंप के यू-टर्न के पीछे क्या है?
गुरुवार, 10 अप्रैल, 2...
डीपसीक पर अमेरिकी टेक फर्म की क्या प्रतिक्रिया होगी?
बुधवार, 29 ...
हिंसक प्रदर्शनों के बाद कीनिया के राष्ट्रपति ने विवादित वित्त बिल वापस लिया
डच पैरेंट कंपनी ने 'रूस का गूगल' कहे जाने वाले यांडेक्स की रूसी इकाई को बेच...