कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका में निखिल गुप्ता भारतीय शख़्स के ख़िलाफ़ केस दर्ज होने के बाद एक बार फिर हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत को घेरने की कोशिश की है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि ये केस उस बात को रेखांकित करता है जिसका ज़िक्र कनाडा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कर रहा है और भारत को इस मामले को गंभीरता से लेने की ज़रूरत है।
जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार, 29 नवंबर 2023 को बताया था कि कनाडा की एजेंसियां हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता से जुड़े आरोपों को लेकर अगस्त 2023 के बाद से अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ काम कर रही थीं।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में 18 जून 2023 को सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गयी थी।
इसके बाद कनाडा ने इस मामले में भारत सरकार के शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।
लेकिन कनाडा सरकार की ओर से लगाए गए आरोपों को भारत सरकार ने ‘भद्दे’ और ‘प्रेरित’ बताया था।
भारत ने साल 2020 में ही हरदीप सिंह निज्जर को एक आतंकी का दर्जा दिया था।
निखिल गुप्ता के ख़िलाफ़ क्या आरोप हैं?
अमेरिकी अदालत में दाख़िल अभियोग में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर एक लाख डॉलर कैश के बदले एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की सुपारी देने के आरोप लगाए गए हैं।
अदालत में पेश दस्तावेज़ के मुताबिक़ निखिल गुप्ता ने भारत सरकार के लिए काम करने वाले एक अधिकारी के कहने पर अमेरिका में एक हिटमैन से संपर्क किया और उसे एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया।
अभियोग में दावा किया गया है कि भारतीय अधिकारी से बातचीत के दौरान निखिल गुप्ता ने बताया था कि वो नार्कोटिक्स और हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी से जुड़े हुए हैं।
अभियोग में ये भी दावा किया गया है कि निखिल गुप्ता पर भारत के राज्य गुजरात में एक आपराधिक मामला चल रहा है जिसमें मदद के बदले वो भारतीय अधिकारी के लिए न्यूयॉर्क में हत्या करवाने के लिए तैयार हो गए थे।
दस्तावेज़ के मुताबिक़ निखिल गुप्ता ने जिस हिटमैन से संपर्क किया था वह अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग के अंडरकवर एजेंट थे।
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