वियतनाम में कोरोना वायरस का एक ऐसा वैरिएंट पाया गया है जो भारत और ब्रिटेन में पहले पाए गए वैरिएंट्स का मिलाजुला रूप है। अधिकारियों का कहना है कि यह हवा के ज़रिए तेज़ी से फैलता है।
वियतनाम के स्वास्थ्य मंत्री गुयेन थान्ह लॉन्ग ने शनिवार, 29 मई 2021 को कहा कि कोरोना का ये नया वैरिएंट बहुत ही ख़तरनाक है।
वायरस हमेशा अपना रूप बदलता है, यानी म्यूटेट करता है। ज़्यादातर वैरिएंट्स बहुत प्रभावी नहीं होते हैं लेकिन कुछ वायरस म्युटेशन के बाद ज़्यादा संक्रामक हो जाते हैं।
जनवरी 2020 में सीओवीआईडी-19 के वायरस की पहचान के बाद से अब तक इसके कई म्यूटेशन्स सामने आ चुके हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार वियतनाम के स्वास्थ्य मंत्री ने सरकार की एक बैठक में कहा, ''वियतनाम में कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट मिला है, जो ब्रिटेन और भारत में सबसे पहले मिले वायरस वैरिएंट का मिलाजुला रूप है।''
उन्होंने कहा, ''नया वैरिएंट पहले वाले की तुलना में ज़्यादा संक्रामक है। यह हवा में तेज़ी से फैलता है। नए मरीज़ों की जाँच के बाद यह वैरिएंट सामने आया है। इस वायरस का जेनेटिक कोड जल्द उपलब्ध होगा।''
भारत में अक्टूबर 2020 में कोरोना वायरस एक वैरिएंट मिला था। इस वैरिएंट को B.1.617 कहा जा रहा है। इसे यूके में मिले कोरोना वैरिएंट B.1.1.7 से ज़्यादा ख़तरनाक बताया जा रहा है।
रिसर्च के अनुसार फ़ाइज़र और एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की दो डोज भारत में मिले वायरस वैरिएंट के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा प्रभावी हैं। लेकिन इन वैक्सीन की एक डोज़ इसके ख़िलाफ़ अधिक प्रभावी नहीं है।
अभी तक इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस के किसी म्यूटेशन के कारण बड़ी आबादी में गंभीर बीमारी फैली हो।
कोरोना वायरस के मूल वर्जन को ही ज़्यादा उम्र वालों और पहले से बीमार लोगों के लिए अधिक ख़तरनाक बताया गया है। लेकिन बिना वैक्सीन के वायरस ज़्यादा संक्रामक हो रहा है और इसके कारण ज़्यादा मौतें हो रही हैं।
वियतनाम में हाल के हफ़्तों में कोरोना के नए मामले तेज़ी से बढ़े हैं। वियतनाम में महामारी शुरू होने के बाद से अब तक 6,700 से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। लेकिन इनमें से आधा से ज़्यादा मामले अप्रैल 2021 के बाद दर्ज किए गए हैं। कोरोना से अब तक यहां 47 लोगों की मौत हुई है।
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